तुम तो कहते थे,
सब टूटा है, सब छूट गया,
तो फिर ये तुम्हारे,
सीने से लगा क्या है?
क्यों इतने बेचैन हो?
ये तुमको हुआ क्या है?
वो तो बस कह देता है,
अपने दिल की बात,
इसमें बुरा क्या है..??
ऐसा नहीं है कि,
ये रास्ता उधर नही जाता..!
मैं उसकी गली से,
गुजरता हूं रोज लेकिन,
अब उसके घर नहीं जाता..!
वो जब कर रहा था,
मेरी लंबी उम्र की दुआएं,
एक मैं, जो कहा करता था,
ये शख्स क्यों मर नही जाता..!
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