Thursday, December 11, 2014

भगवा और हरा

मुसलमानो जाओ और अपने खुदा से खून का रंग हरा मांग कर लाओ। हिन्दुओ तुम भी जाओ और अपना खून भगवा रंगा कर लाओ।

अगर तुम्हारा खुदा और भगवान् तुम्हे इस बात से इनकार करता है तो वो तुम्हारे हिन्दू और मुसलमान होने से भी इनकार करता है।

ये भगवा और हरे की बातें कर के तुम बस अपने खुद और भगवान् के होने या ना होने पर सवाल ही उठाते हो क्योंकि तुम में से किसी ने आज तक न तो उसे देख और न ही तुम उसके होने का सुबूत दे पाये हो।

पर मेरा कोई है जो तुम्हारे हिन्दू भगवान् और मुसलमान खुदा से भी ऊपर है। जिसे मैं इंसानियत कहता हूँ।

खुदा, भगवान् और धर्म, मज़हब के नाम से छाती पीटने वालो उसने तुम्हे इंसान बना कर भेज था यहाँ आ कर तुमने भेड़ियों के झुण्ड बना लिए।

तुम जानवर हो और जानवरों की तरह ही लड़ते हो। इस से पहले की तुम्हारा खुद और भगवान् भी तुमसे नाराज़ हो जाए सुधर जाओ। इंसान बन जाओ।