फिर भी जुदा हो,
बहुत फर्क है,
तोहमत लगाना कोई तुमसे सीखे
इल्ज़ाम लगाना उस से..!!
दिमाग लगा सको,
तो बताना हमे,
पहले दिल लगाना उस से..!!
उसी ने राख किया है,
कोई कैसे बेहतर जानेगा,
मेरा ठिकाना उस से..!!
वो खुदा बन गया है,
दगा दे दे कर,
छुपना नामुमकिन है,
मत बनाना कोई बहाना उस से..!!
कायनात के,
इस पार भी है उस पार भी,
सीख लेना,
हद के पर जाना उस से..!!
मंदिर मसीती, काबे मक्के,
गिरजे रंगशाला उसकी,
मयखाना उस से..!!
सुना है, मसीहा है,
कभी मिलाना उस से..!!
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