Wednesday, June 29, 2016

विकास

वो चीज़ जिसे तुम विकास कहते हो.........वो गरीबों के लिए नहीं है---
विकास है उनके लिए जो कोयला खोदने से पहले आदिवासियों की झोपड़ियाँ खोद देते हैं...!
विकास है थुलथुले मोटे करोड़पतियों और अरबपतियों के लिए!
विकास है इन अरबपतियों की बड़ी कंपनियों में नौकरी कर रहे मोटी तनख्वाह पा रहे लोगों के लिए!
विकास है उन धंधेबाजों के लिए जो किसानों का अनाज १० में खरीद १०० में बेचते हैं!
विकास है उनके लिए जो कार खरीद सकते हैं, जो ५० हज़ार का फोन खरीद सकते हैं, जो माल में जाकर २०० किलो की दाल खरीद सकते हैं!
विकास है उनके लिए जिन्होंने कभी गाँव नहीं देखा लेकिन गाँव का हर संसाधन उनके लिए पैसा फेकते ही हाज़िर है....!
विकास है उनके लिए जो रोज़ शाम को ५००० की शराब मर्सिडीज़ के अन्दर बैठे पी जाते हैं!
विकास हैं उन पुलिस वालों के लिए जो आदिवासियों की लड़कियों को उठा ले जाते हैं बलात्कार करते हैं गोली मार देते हैं और बन्दूक बगल में डाल कर उन लड़कियों को नक्सली घोषित कर देते हैं क्योंकी इसके बाद लड़ाई लड़ रहे आदिवासियों का इधर हौसला टूट जाता है उधर दरोगा को इतना करने के १-२ लाख रूपये मिल जाते हैं!
विकास है उन नेताओं के लिए जो उद्योगपतियों के लिए वेश्या का किरदार अदा करते हैं! नेता जो अपने आत्मसम्मान का बलात्कार करवाने के बदले चुनाव की फंडिंग पाते हैं...फिर किसानो से ले कर माध्यम वर्ग तक सब का शोषण करते हैं...!
अगर तुम किसान के बेटे हो.....एक छोटे नौकरी पेशा बाप की औलाद हो.....एक छोटे दूकानदार की जायज़ औलाद हो.......................तो ये सारी बातें तुम्हारे लिए हैं... .................और फिर बता दूं की विकास तुम्हारे लिए नहीं है..!

No comments: