Monday, July 27, 2015

जमाने के बाद

आँसुओं की कीमत जानोगे
कितनो को रुलाने के बाद
मुझे भी याद करोगे
पर मेरे जाने के बाद

मेरी हमनफसी पे
आज शुबहा है तुम्हे
होगा भरोसा
पर वक़्त
गुज़र जाने के बाद

मेरे अशआरों पे रोओगे
तुम भी
गुनगुनाने के बाद

एक दफा लगाओ पैमाना तो लब से
मंदिरो मसाजिद का पता
भूल जाओगे अंतस
मयखाने के बाद

आरज़ू ऐ एहतियात न रहेगी
पाक दिल हो जाओगे
हमारी मुहब्बत
आज़माने के बाद

जिंदगी का असल मतलब
समझ जाओगे
जाम टकराने के बाद

रूह में लौट आयेगा
पुरकशिश जेहन
दिल के टुकड़ों से
टकराने के बाद

हमने सीख लिया बहोत
बहतों को
सिखाने के बाद......

अश्क ढलके है
दिल ओ चश्म नम
तेरी याद फिर आई
जमाने के बाद....!

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