Friday, April 4, 2008

सिक्के हैं ये.......

कटोरे से गिर कर भिखारी को रईसी का एहसास दिला गए,
बटुए से गिरे तो, क्रेडिट कार्ड वालों को लजा गए,
ये किसी के नही..........
न मेरी जेब से दोस्ती,
न तेरी जेब से रिश्ता,
सिक्के हैं ये .........

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