Thursday, December 18, 2025

रात की लम्बाई

वक़्त.... अँधेरा...!

रात की लम्बाई,

उस से पूछो,

जो इश्क में पड़ा हो,

और इज़हार न कर सका....!


इंसान नहीं, ख्याल है वो,

जज़्बा कोई,

जिसे बयां कोई,

फनकार न कर सका....!


और उस से मेरे,

दिल की लगी का,

अंदाजा यूं लगा लो,

उसने मुझे मेरी ही,

मौत की दावत दी, और मैं

इनकार, न कर सका..!!


होता कोई और तो,

सम्हाल लेते खुद को,

जिसका भी दिल उसने तोडा,

वो फिर किसी पे,

एतबार न कर सका..!

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